Eat That Frog Book Summary | कम समय में ज्यादा काम करने के 21 तरीके
क्या आपको कोई भी चीजे टालने की आदत हैं या कोई काम आप सही वक्त पर नहीं कर पाते हैं, क्या आप अपनी जिंदगी में बहुत कुछ हासिल करना चाहते हैं लेकिन मैनेज नहीं कर पाते हैं ,क्या आप यह नहीं समझ पा रहें हैं कोनसा काम पहले करना हैं और क्या बाद में आप भी इन सभी सवालों से घिरे हुए हैं और आप समझ ही नहीं पा रहे की क्या करें तो यह बुक समरी आपको बहुत काम आने वाली हैं।हम इस लेख में Eat that frog किताब के बारे में बात करेंगे।
लेखक के बारे में
Eat that frog किताब को मशहूर लेखक ब्रायन ट्रेसी ने लिखा हैं। ब्रायन ट्रेसी इकोनॉमिक,हिस्ट्री, साइकोलॉजी के क्षेत्र में पिछले 30 साल से हैं। एक बेस्ट ऑथर के तोर पर उन्होंने 17 बेस्ट सेलिंग किताब लिखी हैं। ट्रेसी पब्लिक स्पीकिंग की लिए जाने जाते हैं और पर्सनल और प्रोफेशनल डेवलपमेंट के बारे में बात कर चुके हैं।
ईट ध फ्रॉग का मतलब
यहाँ ईट ध फ्रॉग का मतलब मेढ़क को खाना।मेढ़क को खाना आपके के लिए बहुत मुश्किल काम हैं। पर आपको खाना ही पड़ेगा। आपका मेढक दरअसल आपका सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण काम हैं। यही महत्वपूर्ण काम को आप टाल देते हो जिसका असर आपके जीवन पर पड़ता है जिसकी वजह से आप बड़ा काम नहीं कर पाते हो और अपना सपना नहीं पूरा कर पाते हो।
यह किताब में 21 टिप्स है जो काम को ना टालने में और काम को कम समय में ज्यादा काम करने में काम आएगी।काम को मैंनेज करने में और जरुरी काम को पहचान कर सही तरीके से फोकस करके और कहा से शरुआत करनी है उसके बारे में यह टिप्स बहुत काम आएगी।यह टिप्स को अपनाकर अपनी लाइफ में बहुत कुछ हासिल कर सकते हो तो जानते हैं यह टिप्स के बारे में।
जितने के लिए आपमें एक गुण होना चाहिए। वह है निश्चित उद्देश्य – यह ज्ञान की आप क्या चाहते हैं – और उसे हासिल करने की तीव्र इच्छा। – नेपोलियन हिल
अपना मेंढक चुनने और उसे निगलने से पहले आपको स्पष्ट रूप से यह तय कर लेना चाहिए की आप जिंदगी के हर क्षेत्र में क्या हासिल करना चाहते है। कुछ लोग ज्यादा तेजी से काम कर पाते है, क्यूंकि उनके लक्ष्य और उदेश्य एकदम स्पष्ट होते हैं।
लक्ष्य निर्धारित और हासिल करने का शक्तिशाली फॉर्मूला है जिसके सात कदम है जिसका इस्तमाल अपने जीवन में कर सकते हैं।
पहला कदम – स्पष्ट रूप से यह तय कर ले की जीवन में आप क्या चाहते हो। इस बारे में खुद फैसला कर सकते हो या आप अपने बोस के साथ या परिवार के साथ बैठकर अपने लक्ष्यों और उदेश्यों पर बातचीत कर सकते है। जब तक आपके सामने एकदम स्पष्ट न हो जाये की जीवन में क्या करना है तब तक आप कुछ नहीं कर पते हो। बहुत सारे लोग सिर्फ इसलिए हर दिन कम मूल्यवान काम करते चले जाते है क्योकि, कभी भी इस महत्वपूर्ण बात पर विचार ही नहीं किया होता है और नहीं अपने बोस या अपने परिवार के साथ ऐसी बातचीत कभी की ही नहीं।
दूसरा कदम – क्या हासिल करना है या अपने लक्ष्य को एक कागज में लिखने की आदत बना ले। अपने लक्ष्य को लिखकर हम स्पष्ट हो जाते है की हमें जीवन में क्या करना है और कागज पर लिखे लक्ष्यों को देखकर खुद में लक्ष्यों को पूरा करने में प्रेरणा मिलती है।
तीसरा कदम – अपने लक्ष्य की एक समय सिमा तय कर ले की इस समय से पहले हमें इस काम को पूरा करना है।नहिंतर हम उस काम को पूरा करने की जगह काम को टालते रहेंगे।
चौथा कदम – अपने लक्ष्य को पूरा करने में उन सभी कामो की एक लिस्ट बना लें।जब भी इसे सबंधित कोई नया आईडिया आये तो उस लिस्ट में ऐड कर दे। ऐसी लिस्ट ज्यादा बड़े काम को पूरा करने में मदद करती है और आप समय से पहले ही काम को पूरा कर पाते है।
पाँचवा कदम – लिस्ट में जितने भी काम करने है उन सभी काम को लिख दो। उन सभी काम को कैसे खत्म करने है उसके बारे में प्लान बनाओ। कोनसा काम पहले करना है कोनसा बादमे उसके बारे में विचार कर ले। यह सब कर के आप काम को अच्छे तरह से कर पाएंगे।
छठा कदम – अपनी योजना पर जल्दी एक्शन ले। कुछ भी हो जाये, बस उसे करें। किसी भी प्रकार की सफलता हासिल करने के लिए जल्दी एक्शन लेना जरुरी है।
सातवां कदम – हर दिन कुछ न कुछ करने का संकल्प करे। जो आपको अपने लक्ष्य की दिशा में आगे की और ले जायेगे। इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करे। आप यह तय कर सकते है की आप किसी खास विषय के बारे इतने पेज पढ़ेंगे। इतने वक्त कसरत करेंगे। या कुछ नई चीजे सीखेंगे।
इस तरह आप आगे की और चलना शुरू कर दे,रुके नहीं। सिर्फ यही निर्णय और अनुशाशन से आप लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।
योजना बनाने का मतलब भविष्य को वर्तमान में लाना है ,ताकि आप उसके बारे में इसी वक्त कुछ कर सके। – एलन लेकीन
काम को शरुआत करने से पहले कुछ वक्त अपने कामो की योजना बना लेनी चाहिए जिसे आप कम समय में काम कर पाएंगे।जो भी अपने महत्वपूर्ण काम है उनको सबसे पहले लिखे इसके बाद कोनसा काम करना है उन्हें इसी तरह क्रम में लिखे।आपकी योजना जितनी बेहतर होगी उतना आप वक्त बर्बाद करने से बचेंगे और काम को सही वक्त पर पूरा करने में आसानी होगी।
आप अपने काम पर 80/20 का नियम लागू करें। अपने सभी कामो की लिस्ट बना लें। उन कामो को पूरा करने में समान समय लगेगा। लेकिन उन कामो में से एक या दो काम ही दूसरे कामो की तुलना में सबसे ज्यादा मूल्य का योगदान देते होंगे। जो आपके मूल्यवान काम है वह आपके 20% काम है बाकि के काम 80% काम है इस तरह आप काम को बाट लें। जो आपके 20% काम है उसको पहले कर लेने की कोशिश करे, जब तक आपके 20% काम पूरा न हो जाये तब तक उन 80% काम पर ध्यान मत दे।मजे की बात यह है की दिन के जो 20% काम है वह मुश्किल होते है। लेकिन उस काम को पूरा करने से फायदा भी बहुत मिलेगा। इसलिए अपने महत्वपूर्ण काम को पूरा करने के लिए हमेशा अपने आपको मोटिवेट करते रहे।
किसी काम के संभावित परिणाम से यह तय होगा की वह काम आपके के लिए कितना महत्वपूर्ण है। हर काम शुरू करने से पहले हमेशा खुद से पूछना चाहिए की यह काम करने या न करने से संभावित परिणाम क्या है ? आपको लगे की यह काम का करने से अच्छा परिणाम मिलेगा तो आप वह काम जल्दी शुरू कर दे।
हर दिन बड़े काम करने में समय निकाले।काम की लिस्ट बनाये।जितना हो सके अपने महत्वपूर्ण काम को जल्दी पूरा करे। ज्यादातर लोग अनजाने में ही टालमटोल करते रहते है, जिसकी वजह से बड़े काम नहीं कर पते है सीधी असर करियर पर पड़ती है।अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए आपको हर हाल में टालमटोल करने की आदत से बचना होगा।
काम शुरू करने से पहले कोनसे काम को प्राथमिकता देनी हैं यह तय करने में जितना सोच-विचार करोंगे उतना ही, आप ज्यादा महत्वपूर्ण काम करोगे और उतनी ही तेजी काम करोंगे। कोनसे काम को पहले करना है उसमे A.B.C.D.E तकनीक का इस्तमाल कर सकते है। यहाँ “A” काम वह हैं,जो बहुत महत्वपूर्ण हैं और इसे करना ही होगा, इसका परिणाम भी बहुत अच्छा होगा।या फिर यह ऐसा काम है की जिसे नहीं करने से बहुत ही नकारात्मक परिणाम होगे। अगर आपके पास एक से ज्यादा A काम है तो आप उसे A1,A2 और A3 दे सकते हैं।
“B” काम वह काम है, जो आपको करना चाहिए लेकिन कोई कारणवश काम न करने से थोड़ी असुविधा हो सकती हैं ,यह काम कभी भी A काम जितना महत्वपूर्ण नहीं होगा और जब तक A काम नहीं होता तब तक B काम को नहीं करना है।
“C” काम वह काम है जिसे करना अच्छा तो है लेकिन, जिसे करने या ना करने से कोई परीणाम नहीं होगे। “D” काम वह है, जिसे आप किसी दुसरे को सोप सकते हो। “E” काम वह है जिसे आप पूरी तरह से छोड़ सकते है और जिससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।
प्रमुख परिणाम क्षेत्र वह है जिसके लिए पूरी तरह आप जिम्मेदार होते है।अगर आप इसे नहीं करते तो यह नहीं होता है। इन क्षेत्र में जो भी काम आता है वह सब आपके नियंत्रण में होता है।इससे जो परिणाम मिलता है वह दूसरे के काम के लिए इनपुट या योगदान होता है।
आपको अपने कोनसे महत्वपूर्ण काम है जिसे अच्छा परिणाम मिलेगा उसके के बारे में पता लगाना हैं की, वे कोनसे काम है ? उसमे आपको ग्रेड दें देना है जिससे आपको अच्छा परिणाम मिलेगा। इस तरह सूचि बनाने से आपको अपने काम करने में ज्यादा प्रोत्साहन मिलेगा। और इसी तरह आप करियर में अपने काम को इस तरह सूचि बनाने की आदत डालें।
आपके तीन महत्वपूर्ण काम ही आपके बिजनेस या कंपनी के लिए सबसे ज्यादा मूल्यवान होता है। इन तीन प्रमुख काम को पहचानने और उन पर ज्यादातर वक्त ध्यान केंद्रित करें। अपने आपसे पूछे की वह कोनसा एक काम है जिसका योगदान मेरे करियर में अधिक मूल्यवान होगा। यही अभ्यास दो, तीन बार करे। इसी तरह आप अपने “तीन बड़े काम” को पहचान ले और दिन भर उन पर ही एकाग्र हो जाएँ।
टालमटोल छोड़ने और ज्यादा तेजी से काम करने के लिए काम को शुरू करने से पहले हर जरूरी चीजों को अपने पास तैयार कर ले। जितना आप पूरी तरह तैयार रहोगे उतना ही आप अपने काम में ज्यादा उखाड़ पाएंगे। आपको काम करने में आत्मविश्वास आएगा और सफलता मिलने की उतनी ही संभावना बढ़ जाएगी।
एक पुरानी कहावत हैं, “गज भर मुश्किल काम हैं, मगर एक – एक इंच करके आसान हैं।”
टालमटोल छोड़ने का एक अच्छा तरीका यह है कि आपके सामने कितना भी बड़ा काम हो वहाँ से ध्यान हटा ले और उसके एक छोटे से हिस्से पर ध्यान केंद्रित करे जिसे आप कर सकते है।
एक वक्त में एक कदम ही उठाए, एक साथ बड़ा काम करने की न सोचे।एक काम हो जाए बाद में दूसरे काम पर ध्यान केंद्रित करें। इस तरह आप बड़े से बड़ा लक्ष्य पा सकते हैं।
अपनी योग्यता बढ़ाने से व्यक्तिगत विकास भी होता हैं।अपने लक्ष्य को पाने के लिए जितना भी सीखने की जरूरतें हो, उन सभी चीजों को सीख लो। अगर आप किसी क्षेत्र में कमजोर हो या कुछ चीज न आने से आप वह काम नही कर पाते हो जिसके वजह से आप आगे नहीं बढ़ पाते हो।हर चीज सीखी जा सकती हैं।बहाने बनाना छोड़कर लगातार सीखना से किसी भी क्षेत्र में जीत हासिल हो सकती हैं।
आपमें एक खास गुण हैं, जिनकी बदौलत आप दुनिया के हर व्यक्ति से अलग हैं। कोई ऐसा काम जो असाधारण हैं, जिसे आप सीख सकते हैं जिसकी वजह से आप अपने कंपनी या बिजनेस में बहुत महत्वपूर्ण बन सकते हैं।
आपकी जिम्मेदारी हैं की अपने खास गुण के क्षेत्रों को पहचाने और उनमें बहुत अच्छे बनने के लिए अपने आपको समर्पित कर दीजिए।
आप जिस भी लक्ष्य या उद्देश्य को हासिल करना चाहते हैं, उसके बीच एक बड़ी बाधा हैं जिसे दूर करने के बाद ही अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हों।
अपने आप से पूछे की, वह कोनसी चीज या बाधाए हैं जिसकी वजह में अपने लक्ष्य को हासिल करने में आगे नहीं बढ़ पा रहा हूं।” जबाव जो भी हो फोरन उसमे जुट जाएं और आगे बढ़े।
दुनिया में ऐसे भी लोग भरे पड़े है की, इस बात का इंतजार कर रहे की कोई आए और कहे की तुमे यह काम करना हैं जिसकी वजह से तुम आगे बढ़ सकते हों।
दिक्कत यह हैं कि कोई भी उनकी मदद के लिए नहीं आ रहा हैं।यह लोग बस इंतजार ही करते रहते हैं की कोई आएगा और हमे बताएगा। जिम्मेदारी ही नही लेते हैं और खुद में दबाव ही नही डालते जिसकी वजह से जीवन में पछताते हैं।
जीवन में कुछ बड़ा करने के लिए हर काम को एक डेडलाईन दो।कोशिश करे की इस वक्त से पहले काम पूरा हो जाए।इस तरह अपने लक्ष्य ऊंचा रखे, लक्ष्य पूरा करने के लिए डेडलाईन दो और ऐसी कोशिश करो को डेडलाईन से पहले ही काम पूरा हो जाए।
अपनी व्यक्तिगत शक्ति आपकी शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक ऊर्जाओं में उपयोगी होती हैं।आपका शरीर एक मशीन की तरह हैं, जो ऊर्जा पैदा करने के लिए भोजन, पानी और आराम का उपयोग करता हैं। जब आप भरपूर आराम करने के बाद काम करते हैं उसमे जो ऊर्जा होती हैं, वह थकान अवस्था में काम करते हैं उनसे पांच गुना ऊर्जा होती हैं।काम को अच्छी तरह करने के लिए अपने आपको फिट और अपनी ऊर्जा के स्तर की रक्षा करे।
आपको पहचानना होगा की किस समय अच्छी तरह से काम किया जा सकता हैं।यह पहचानने के बाद उस समय अपने महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण काम को करने के लिए खुद को अनुशासित करें।
सर्वश्रेष्ठ काम करने के लिए खुद को अपना चियरलिड बनना होगा।जब आप अच्छा काम करते हैं तब अपने आपको प्रोत्साहन दो।ऐसा करने से आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और बड़े काम करने में ऊर्जा मिलेंगी।
काम को करने में हमेशा अपने विचारो पर काबू रखें।याद रखे, आप वही बन जाते हैं, जिसके बार में आप ज्यादातर वक्त सोचते रहते हैं।
टेक्नोलॉजी आपकी सबसे अच्छी दोस्त भी हो सकती हैं और दुश्मन भी।टेक्नोलॉजी का उपयोग काम को आसान करने में और इसे बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं। बस शर्त हैं,की उसका सही उपयोग करना आना चाहीए।
अपने जीवन में हर दिन एक-एक घंटे सुबह और शाम टेक्नोलॉजी का उपयोग करना बंद कर दे। कोई भी काम करने के दौरान बार बार फोन को चैक करने की आदत दूर करें।ऐसा करने से आपमें बदलाव होगा और मानसिक शांति भी होगी और आप ज्यादा जागरूक होगे।
बड़े और महत्वपूर्ण कामों में टालमटोल करने की एक खास वजह हैं, जब पहली बार काम करने की शरुआत करते हैं,वो बड़े और मुश्किल काम नजर आते हैं।
इसके लिए आप एक तकनीक का उपयोग कर सकते हैं। “सलामी स्लाइस” इसमें बड़े काम के आकार को छोटा कर लें।और बड़े काम को गोर से देख ले और हाल-फिलहाल काम के एक ही टुकड़े को करने का संकल्प ले।
मनोवैज्ञानिक दृष्टि से भी आपको पुरे काम के बजाय एक छोटा टुकड़ा करना ज्यादा आसान लगेगा।जब एक छोटा टुकड़ा काम का पूरा कर लेते हो तब आपको दूसरा काम करने का उत्साह मिलता हैं।
आप जो भी महत्वपूर्ण काम करते है उनमें से अधिकाशं को पूरा करने के लिए काफी अधिक समय की जरूरत होती हैं।आपका जो भी महत्वपूर्ण काम हैं उसको करने में कितना बड़ा समय लगता हैं और किस समय करना वह एक कालखंड हैं।
आप काम शुरू करने से पहले कोनसे महत्वपूर्ण काम हैं और उस काम को करने में कितना समय लगेगा और किस समय करना हैं वह तय कर ले, इस तरह आप अपना कालखंड बना लें।इस तरह आप अपना कालखंड बनाने से आप टालमटोल भी नही करते और काम सफल होने में अधिक संभावना बढ़ जाती हैं।
जो भी बड़े आदमी बनते है उनमें एक खास गुण होता है वह है जितना हो सके अपने काम को जल्दी करना।वह लोग काम शुरू करने से पहले सोच-विचार करके पहले योजना बना ले ते और कोनसे काम पहले करना है यह सब तय कर ले ते हैं।फिर तेजी से काम शुरू कर दे ते है और पूरी ऊर्जा से अपने लक्ष्य को पाने के लिए आगे बढ़ने लगते हैं।वे लगातार सोच-विचार कर और लगातार काम करते हैं।
आज ही आप अपने हर काम शीघ्रता से करें। आप ऐसा करें जहा काम में टालमटोल हो या कोई समस्या देखे तो आप तुरंत उस काम को करे।जब आपको कोई जिम्मेदारी दी जाए तो तुरंत काम शुरू कर दे।जिंदगी के हर महत्वपूर्ण क्षेत्र में ज्यादा तेजी से बड़े।ऐसा करने से आप अपने जीवन में ज्यादा से तेजी से आगे बढ़ेंगे की आप खुद हैरान रह जाएंगे।
एक ही बार में काम निबटाने के लिए यह जरूरी होता है की जब आप कोई काम शुरू कर दें,तो बिना रुके वह काम करते रहें,जब तक की वह काम 100% समाप्त न हो जाए।आप काम को एक बार में हो निबटाने के निर्णय ले और अमल भी करें।एक बार काम शुरू हो जाए फिर, काम पूरा होने तक रुकने का इंकार कर दें।
इन सभी टिप्स का हर दिन अभ्यास करने का फैसला करें जब तक की ये आपकी आदत न बन जाएं।जब यह आदत बन जायेगी तब आपकी भावी सफलता असीमित होगी।
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